आनन्द मठ / Anand Math
Material type: TextLanguage: Hindi Publication details: New Delhi : Rajpal & Sons , 2022. Description: 125pISBN: 9789393267122Subject(s): Indian History | Independance Novel | Historical Novel | Patriotic LiteratureDDC classification: 82-311.6 Summary: 1882 में बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय का बांग्ला उपन्यास आनन्द मठ प्रकाशित हुआ। 18वीं सदी के संन्यासी विद्रोह और बंगाल के अकाल की पृष्ठभूमि पर लिखा यह पाठकों में बहुत लोकप्रिय हुआ। इस बात से घबरा कर कि इससे देशप्रेम और विद्रोह की भावना जागृत होगी, उस समय की अंग्रेज़ सरकार ने आनन्द मठ पर प्रतिबंध लगा दिया जो 1947 में देश के स्वतंत्र होने के बाद हटाया गया। आनन्द मठ आधुनिक भारतीय साहित्य का एक मील का पत्थर माना जाता है और यह पाठकों में आज भी बेहद लोकप्रिय है। इसका अनुवाद लगभग हर भारतीय भाषा में उपलब्ध है। इसमें सम्मिलित गीत ‘वंदे मातरम्’ को देश का राष्ट्रगीत बनने का गौरव मिला।Item type | Current library | Call number | Status | Date due | Barcode |
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Hindi Collection | NISER LIBRARY 1st Floor - Hindi Collection | 82-311.6 CHA-A (Browse shelf(Opens below)) | Checked out to Aryan Kumar Prasad (23133004) | 23/05/2024 | 24950 |
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82-14 SHU-H हमारे प्राकृतिक प्रतीक / Humare prakratik pratik | 82-141 AGR-V व्यथा कहे पांचाली / Vyatha kahe panchali | 82-3 RAI-K कोणार्क / Konark | 82-311.6 CHA-A आनन्द मठ / Anand Math | 82-32 ARO-B बेबसी तथा अन्य कहानियां / Babacy tatha aniya kahaniya | 82-32 BON-S सुनो बच्चो, मेरी प्रिय कहानियां / Suno bachcho, meri priya kahaniyan | 82-32 DEH-J जागृति / Jagriti |
1882 में बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय का बांग्ला उपन्यास आनन्द मठ प्रकाशित हुआ। 18वीं सदी के संन्यासी विद्रोह और बंगाल के अकाल की पृष्ठभूमि पर लिखा यह पाठकों में बहुत लोकप्रिय हुआ। इस बात से घबरा कर कि इससे देशप्रेम और विद्रोह की भावना जागृत होगी, उस समय की अंग्रेज़ सरकार ने आनन्द मठ पर प्रतिबंध लगा दिया जो 1947 में देश के स्वतंत्र होने के बाद हटाया गया। आनन्द मठ आधुनिक भारतीय साहित्य का एक मील का पत्थर माना जाता है और यह पाठकों में आज भी बेहद लोकप्रिय है। इसका अनुवाद लगभग हर भारतीय भाषा में उपलब्ध है। इसमें सम्मिलित गीत ‘वंदे मातरम्’ को देश का राष्ट्रगीत बनने का गौरव मिला।
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